17 किलोमीटर लंबा तिरंगा 21हजार लोगो ने थामा और बन गई भारत की सबसे बड़ी तिरंगा मानव श्रंृखला

 शहर के लिए 19 जनवरी एक तारीख से बढ़कर हो गयी। जब विचार संस्था एवं मेरी शान तिरंगा जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में सागर शहर की पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रभक्त नगर के रूप में अनूठी पहचान मिली है। पूरे देश के लिए यह एक गौरव का मौका है की लोगों ने तिरंगे को थामकर राष्ट्र के सामने यह कीर्तिमान बनाया और यह विश्वरिकार्ड के रूप में आज वर्ल्ड बुक अॉफ रिकॉर्ड लंदन में दर्ज हो चुका है वहीं लिम्का बुक अॉफ रिकॉर्ड और इंडिया बुक अॉफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाने जा रहे हैं।
आयोजन में स्वच्छ भारत, स्वच्छ सागर, व सिंगल यूज़ प्लास्टिक बंदी को भी नगर सुधार की दृष्टि से प्रमुखता के साथ प्रचारित किया गया।
17 किलोमीटर लंबी तिरंगा मानव श्रृंखला यात्रा के लिए हर 500 मीटर पर एक स्टेशन बनाते हुए 34 स्टेशन एवं 25 मचान बनाये गए। इसमें समाज सेवा में समर्पित 200 संस्थाओं ने आगे बढ़कर अपनी शुभेच्छा से प्रत्येक स्टेशन की पूर्ण जबावदारी निभाई और इस आयोजन की सफलता को सुनिश्चित किया। यह यात्रा दो स्थानों से चकराघाट से प्रारंभ होकर तीनबत्ती, मस्जिद होते हुए परकोटा, तीन मढ़िया, दीनदयाल चौक, संजय ड्राइव, मेडिकल कॉलेज के सामने होते हुए तिली, रिमझिरिया, पॉलीटेक्निक कॉलेज, पोद्दार कालोनी होते हुए यूटीडी घाट क्रं. 2 को पार करते हुए गौर समाधि पर पहुंची वहीं शहर के दूसरे छोर मकरोनिया बटालियन गेट से प्रारंभ होकर शंकरगढ़ द्वार, हॉक केंटीन, फील्ड अस्पताल, केंट माल, सिविल लाइन चौराहा, डीजे बंगला, पिपंलापुरे मार्ग, कालीचरण चौराहा से होते हुए घाट क्रं. 1 से होते हुए गौर समाधि पर पहुंची। इस आयोजन को निर्विघ्न पूर्ण करने के लिए कार्यक्रम की अवधि के दौरान इन स्टेशनों पर छात्र-छात्राओं एवं मोहल्ला विकास परिवारों द्वारा देश प्रेम से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
विचार संस्था के संस्थापक अध्यक्ष कपिल मलैया ने बताया कि हमारा राष्ट्रीय ध्वज हमें एकता, शांति और इंसानियत की सीख देता है। इसके साथ ही यह सच्चाई और एकता के प्रति हमारे विश्वास को बढ़ाने में भी मदद करता है। उन्होंने इस महान उपलब्धि को सागर जिला वासियों को समर्पित किया है।
पूरे मार्ग पर पुलिस, होमगार्ड, एनसीसी स्काउट, शासकीय/अर्धशासकीय एवं स्वयंसेवी संस्था के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ हाई स्कूल/कालेज के विद्यार्थी कड़ाके की ठंड में तिरंगा थामे रहे। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती, महान दानवीर सर डॉ हरिसिंह गौर की 150 वीं जयंती व 71 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर रविवार 19 जनवरी सुबह 7:30 से 12:30 तक विचार संस्था की स्थापना के 17 वें वर्ष के अवसर पर 17.135 किलोमीटर की “तिरंगा मानव श्रृंखला” ने पूरे सागर को तिरंगामय कर दिया और राष्ट्रभक्ति की भावना को दिलों से बाहर निकालकर सागर की सड़कों पर सागरवासियों ने जो जज्बा दिखाया वह अतुलनीय है और भविष्य के लिए मार्गदर्शक साबित होगी।
इस तिरंगा यात्रा में लोगों को उत्साह वर्धन हेतु देश प्रेम से ओतप्रोत गीतों की प्रस्तुति स्कूली बच्चों द्वारा प्रस्तुत झांकी, धमाल बैंड आदि एवं जगह-जगह पर स्कूली बैंड द्वारा ऐसा समा बांधा गया कि यह तिरंगा यात्रा सागर के लिए एक अविस्मरणीय उत्सव बन गई।

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