विचार संस्था की पहल पर ग्राम सागौनी पुरैना के लोगों ने नशा न करने का संकल्प लिया
सागर। विचार संस्था ने ‘सुंदर गांव – समझदार गांव’ योजना की शुरूआत की। इस योजना के तहत जैसीनगर के पास प्रथम गांव सागौनी पुरैना को चुना गया। विचार टीम ने रात्रि विश्राम ग्राम सागौनी पुरैना में किया। अगले दिन सुबह गांव वालों के साथ बैठक हुई। जिसमें विचार संस्था के संस्थापक अध्यक्ष कपिल मलैया ने गांव वालों को समझाते हुए कहा कि नशा मुक्त देश हर नागरिक की आवश्यकता है और इसी से राष्ट्र उन्नति कर सकेगा और यह तभी संभव है जब हर व्यक्ति नशीले पदार्थों का सेवन बंद कर दे। युवाओं में नशे का प्रचलन अधिक है और युवा ही देश का भविष्य है इसलिए युवाओं को समझना चाहिए की नशा जहर है। सिंगरेट के धुएँ में जिंदगी को नहीं उड़ाना चाहिए।
संयोजक मनोज राय ने कहा कि नशा करने वाला व्यक्ति अपना मान सम्मान खो देता है। वह निरंतर अपने परिवार से झगड़ता रहता है जिससे पारिवारिक शांति भंग होती है। नशा करने वाले व्यक्ति का जीवन कभी भी खुशहाल नहीं होता है और न ही उसके पास धन होता है। नशे की लत बहुत ही बुरी है अत: इसे आज से त्यागने का संकल्प लें।
विचार संस्था की इस पहल पर सरपंच रविंद्र सिंह राजपूत और गांव के प्रभावशाली व्यक्तियों ने निर्णय लिया कि ग्राम सागौनी पुरैना में किसी भी प्रकार का नशा नहीं किया जाएगा। शराब, गुटखा इत्यादि नसों की बिक्री पूर्ण तरह से ग्राम में बंद रहेगी। उक्त निर्णय से संपूर्ण गांव में खुशी की लहर दौड़ गई एवं विचार संस्था के पदाधिकारियों ने ग्राम वासियों को बधाई दी। गांव में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, महिला सशक्तिकरण एवं जागरूकता पर्यावरण इन सभी विषयों पर कार्य करने के लिए व्यवस्थित इकाइयां बनाने का निर्णय किया गया। साथ ही ग्राम ओरिया के शासकीय विद्यालय का भ्रमण किया और वहां की व्यवस्थाओं एव सौमित्र पांडेय व सभी शिक्षको के अच्छे कार्य पर विचार संस्था ने प्रसन्नता व्यक्त की।