बीस स्थानों पर एक साथ चल रहा तीन माह का अंत्योदय शिक्षा प्रेरक अभियान कोरोना काल में छोटे बच्चों को व्यावहारिक तरीके से शिक्षा का अभियान
इस कोरोना के दौर में कई ऐसे नन्हे-नन्हे बच्चे हैं, जो तकनीकि एवं अन्य सुविधाओं के आभाव में शिक्षा से वंचित रह गए हैं। उनके लिये ISRN (Indian Social Responsibility Network) एवं विचार संस्था द्वारा एक छोटा सा प्रयास किया जा रहा है जो है अंत्योदय शिक्षा प्रेरक अभियान। इस अभियान के अंतर्गत संस्थाओं ने स्वयं सेवकों को प्रेरित किया है कि वह 3 माह के लिए 6-12 वर्ष के जरूरतमंद बच्चों को निशुल्क पढा़ने का संकल्प लें।
इन प्रेरकों द्वारा बच्चों को रोचक तरीकों से मौलिक ज्ञान की बातें सिखाने का प्रयास किया जा रहा है। जैसे खेल के माध्यम से बच्चों को ओड-इवन नंबर सिखाया जा रहा है तो बैठने के तरीके से असेंडिंग डिसेंडिंग आर्डर। ‘learn by doing’ के तरीके का प्रयोग किया जा रहा है जैसे सेव खाते- खाते बच्चे को सेव के फायदे बताना, खुद बच्चों से पेड़ का बीज लगवाना और समय समय पर पौधे के बड़े होने की प्रक्रिया समझाना, पौधे के अंग बताना। घरेलु सामान से ही बच्चों को विज्ञान के ढेरों प्रेक्टिकल एक्सपेरिमेंट करवाए जा रहे हैं । बच्चे चीज़ों को देख -देखकर जल्दी सीख पाएं इसके लिए उन्हें अल्फाबेट्स, फल, सब्जी, शरीर के अंग, गुड मैनर्स आदि के चार्ट्स के प्रयोग से सिखाया जा रहा है। संस्था सचिव आकांक्षा मलैया का कहना है कि “इस अभियान से न केवल बच्चे उस ज्ञान को ज़िन्दगी भर अपने ज़हन में रखेंगे, बल्कि आगे पढाई करने के लिए भी प्रेरित हो सकेंगे”।
अब तक सागर में 25 अंत्योदय शिक्षा प्रेरकों ने मिलकर 20 स्थानों पर एक साथ 215 बच्चों को शिक्षा देने कि शुरुवात की है और निरंतर नए प्रेरक भी इस मुहीम से जुड़ते जा रहे हैं। सभी गतिविधियां कोरोना सुरक्षा को ध्यान में रखकर कराई जाती हैं। प्रेरकों के नाम हैं: पूनम मेवाती, डॉ हेमंत सिंह, सुझाता छत्री, श्रेष्ठ मुखारया, प्रखर नेमा, वर्षा राजपूत, रविकांत रैकवार, अभिलाषा जाटव, अक्षय कठल, वैशाली प्रजापति, पूजा नामदेव, दीक्षा भदौरिया, प्राची जैन, मधु मौर्य, उन्नति मौर्य, कविता साहू, अंजलि जैन, पूजा पड़ेले जैन, पूजा जैन, क्रांति जैन, रिचा जैन, ज्योति जैन, प्रियंका जैन, निशा यादव, लक्षिता जैन, रेशू जैन एवं प्रीति केशरवानी।
विचार संस्था से अभियान की प्रभारी पूजा पड़ेले जैन हैं। मुहीम में हर सप्ताह प्रेरकों को पढाई एवं रचनात्मक गतिविधियों के लिए विचार संस्था द्वारा सामग्री प्रदान की जाती है। इस श्रंखला में सौरभ रांधेलिया द्वारा बच्चों को नोटबुक और पेन एवं अखिलेश समैया द्वारा मास्क प्रदान किये गए हैं।