सागर विचार संस्था 27/02/2021
शासन की योजनाओं का लाभ व सभी का विकास सबके सहयोग से ही संभव : आकांक्षा मलैयाविचार कार्यालय में स्व सहायता समूह की बैठक संपन्न
सागर। विचार संस्था की मोहल्ला विकास समिति के अंतर्गत दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी अजीविका मिशन नगर निगम सागर के स्व सहायता समूह बनाए गए। इन्हीं स्व सहायता समूहों की प्रथम बैठक विचार कार्यालय में हुई। जिसके अंतर्गत एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत आदर्श मोहल्लों में से चिन्हित मोहल्लों में महिला सशक्तीकरण हेतु स्वरोजगार के दिशा निर्देश के महत्वपूर्ण तथ्यों पर चर्चा की गई।
बैठक में विचार संस्था की सचिव आकांक्षा मलैया ने बताया कि शासन की योजनाओं का लाभ तथा सभी का विकास सबके सहयोग से संभव है। विचार संस्था हर संभव विचार स्वसहायता समूहों की महिलाओं के साथ है।
एनआरएलएन विभाग नगर निगम की प्रभारी कल्पना श्रीवास्तव ने बताया कि स्व सहायता समूह मुख्य रूप से स्वयं का समूह है। जिसमें समूह की सभी महिलाएं एक दूसरे की आर्थिक रूप से मदद करती हैं। शासन की मदद से तथा अपनी बचत से जीवन स्तर में सुधार लाया जा सकता है।
आरआईटी विभाग के रूपेश खरे ने बताया कि विचार संस्था के संस्थापक अध्यक्ष कपिल मलैया ने संस्था के माध्यम से स्व सहायता समूह में महिलाओं को जोड़कर महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा दिया। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश शासन की सरकारी योजना जिसमें स्व सहायता समूह है जिसमें 12 महिलाओं का समूह बनाकर प्रशिक्षण देकर कार्य कुशल बनाया जाता है। समूह के माध्यम से गरीब परिवारों का जीवन स्तर में सुधार लाना इस समूह का उद्देश्य है।
मार्गदर्शक हरगोविंद विश्व ने कहा कि स्व सहायता समूह का उद्देश्य बहुत ही नेक है परंतु हमें परोपकार, लगन, नियमित उधार वापसी, साप्तहिक बैठक, त्याग के द्वारा इन समूहों को सफल बनाया जा सकता है।
मुख्य संगठक नितिन पटैरिया ने सभी स्व सहायता समूहों का परिचय कराते हुए सामान्य दिशा निर्देश दिए तथा समस्त समूहों के लिए भावी प्रशिक्षण योजनाओं की जानकारी मुहैया कराई।
विचार संस्था के मुख्य सहायक अखिलेश समैया ने बताया कि महिलाओं द्वारा स्थापित किए जाने वाले लघु उद्यम उदाहरण स्वरूप चमड़े के पर्स, हैंड बैग, रैगजीन, फोम लैदर के सीड कवर, पापड़ निर्माण, अचार निर्माण, मसाला निर्माण, दुग्ध से बनाने वाले उत्पाद जैसे घी, दही, मनीर मठा, नमकीन बनाने की इकाई, रेवड़ी, चिरोंजी, गजक, अनाज पिसाई, आटा चक्की, नूडल्स बनाने की इकाई, बुटिक, अगरबत्ती निर्माण, चाक निर्माण, रबड़ बैंड, रेडिमेड गारमेंट, कागज के लिफाफे, गत्ते के डिब्बे, फोटोकापी की दुकान, मिनी ऑफसेट इकाई, परामर्श केंद्र, पेपर एवं कपड़ा बैग निर्माण इकाई, किराना दुकान, स्टेशनरी , कच्ची घानी तेल आदि सफल समूह के पंच सूत्र की जानकारी दी।
आरआईटी श्रीमति दुर्गा ने स्व सहायता समूह को आवश्यक निर्देश देते हुए जरूरी दस्तावेजों के साथ प्रशिक्षण दिया।
बैठक में सभी स्व सहायता समूहों के अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष एवं कविता साहू, राहुल अहिरवार, पूजा लोधी, पूजा प्रजापति, अनुराग विश्वकर्मा, जवाहर दाऊ आदि विचार सेवक उपस्थित थे।
बैठक का आभार मीडिया प्रभारी अखिलेश समैया ने माना।