क्वेस्ट एलाइंस एवं विचार समिति के संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय वर्चुअल शिक्षक प्रशिक्षण में 65 शिक्षकों ने लिया हिस्सा। क्वेस्ट एलाइंस एवं विचार समिति के संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय वर्चुअल शिक्षक प्रशिक्षण में इक्कीसवीं सदी के कौशलों, वर्तमान परिपेक्ष्य में शैक्षिक मुद्दों की आवश्यकता आधारित परिचर्चा में 65 शिक्षकों सहभगिता रखी। क्वेस्ट एलाइंस दिल्ली के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा वर्तमान समय में सभी प्रकार के कौशलों की बहुत आवश्यकता है। स्कूली शिक्षा में छात्रों पर पढ़ाई के दौरान पड़ने वाले बोझ को कम करना है। इसके लिए शिक्षकों के लिए कैसे तैयार किया जाय, बच्चो को आवश्यक कौशलों में पारंगत कर सके। उनके लिए रोजगार के लिए तैयार कर सकें। एक प्रशिक्षक, शिक्षक, समन्वयक क्या अंतर है ? शिक्षकों को यह समझाना कि बच्चा केवल कोरा कागज नहीं होता। वह सब कुछ जानता है बस उसके ज्ञान में वृद्धि करवाने की आवश्यकता है। शिक्षक जो कुछ जानते हैं उन्हें और निखारने की आवश्यकता है। बच्चों को कैसे समझाया जा सकता है, उन्हें सीखने के लिए कैसे प्रेरित किया जा सकता है। शिक्षक भागीदारी एवं जिम्मेदारी के साथ नैतिक शिक्षा, भावनात्मक शिक्षा से जोड़ सके। इसके साथ ही शिक्षण विधियों में परिवर्तन के रोचक ढंग से सीखने के दृष्टिकोण को पैदा करने की आवश्यकता है। बच्चो को डिजिटल शिक्षा से कैसे जोड़ना है, सभी बच्चों को खेल से जोड़कर सिखाने की आवश्यकता है। प्रशिक्षण में मुख्य 4 चरण पर कार्य किया जायगा। जिसमे नामांकन प्रक्रिया में 3 शिक्षक स्वयं/विभाग द्वारा चयनित होंगे, व्यवहारिक रूप से शिक्षकों के लिए प्रक्रिया अंतर्गत क्यों, कहां और कैसे से जोड़ना, कोर्स को पूरा करवाना, कल्पना आधरित तत्वों को महत्व देना, हैकथॉन से जोड़ना है। सभी शिक्षकों को 21वीं सदी के प्रशिक्षण का लगभग 3 महीने का प्रशिक्षण दिया जायगा। क्वेस्ट एलायंस की स्थापना 2005 से शिक्षा प्रौद्योगिकी, नवाचार और सहयोग के माध्यम से सीखने के पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए कार्यरत है, मुख्य कार्यक्रम हैं – आनंदशाला, माध्यमिक विद्यालय, शिक्षक विकास, माय क्वेस्ट, चेंज लीडर्स एकेडमी, क्वेस्ट 2 लर्न संचालित है। शिक्षक प्रशिक्षण में, ईश्वरी देवी इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल सागर, लिटिल स्टार शैलेश मेमोरियल हाई सेकेंडरी स्कूल सागर, डून वर्ल्ड पब्लिक स्कूल सागर, लर्निंग इनिशिएटिव फॉर इंडिया के शिक्षकों ने प्रशिक्षण लिया।