कोई भी कार्य कठिन नहीं होता, उसे आगे आकर करना होता है : आकांक्षा मलैया

सागर….विचार संस्था…9.3.21

कोई भी कार्य कठिन नहीं होता, उसे आगे आकर करना होता है : आकांक्षा मलैया

अंत्योदय शिक्षा प्रेरक अभियान के अंतर्गत 50 प्रेरकों का सम्मान समारोह आयोजित

सागर। अंत्योदय शिक्षा प्रेरक अभियान के अंतर्गत आईएसआरएन एवं विचार संस्था द्वारा क्रियान्वित कार्यक्रम का सम्मान समारोह विचार संस्था द्वारा मैजेस्टिक प्लाजा में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में शिक्षा शिविर के माध्यम से 6 से 12 साल के 750 बच्चों को नि:शुल्क मौलिक शिक्षा एवं जीवन कौशल ज्ञान प्रदान करने वाले 50 शिक्षा प्रेरकों का सम्मान किया गया। इन गतिविधियों के संचालन में वृक्षारोपण, प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण, आत्मरक्षा प्रशिक्षण, भारत विषय पर क्विज, ड्राइंग, पेटिंग एवं हस्तकला जैसे विषय सिखाये गए।इस अवसर पर विचार संस्था के संस्थापक अध्यक्ष कपिल मलैया ने कहा कि यह अभियान सागर के लिए एक उदाहरण है। युवा अगर सोच लें तो विश्व स्तरीय शिक्षा जैसे आईवी इंटरनेशनल स्कूल में व्यवहारिक ज्ञान दिया जाता है उस तरह शिक्षा प्रेरकों ने मोहल्ला-मोहल्ला जाकर इस कोरोना संकट काल में नि:शुल्क शिक्षा दी।विचार संस्था सचिव आकांक्षा मलैया ने बताया कि इसके क्रियान्वयन के लिए ऑन लाइन मीटिंग के द्वारा सभी प्रेरक प्लान बनाते हुए टीचिंग प्रेक्टिस में ’लर्न वाय डूइंग, पियर टू पियर’ का उपयोग किया। संस्था की तरफ से हर हफ्ते सभी सामग्री भेजी जाती थी। इसके अनुभव साझा करते हुए बताया कि एक बच्ची को डिस्लेक्सिया रोग था। वह एक शब्द भी पढ़ नहीं पाती थी। लिखने के दौरान उस बच्ची के शब्द पढ़े नहीं जा सकते थे। शब्द उल्टे-सीधे लिखती थी। हर समय वह मायूस रहती थी। बात-बात पर रोने लगती थी। प्रेरकों के प्रोत्साहन से उसको मोटिवेशन मिला। जितनी वह इतने वर्षों में नहीं पढ़ पाई उतना तीन माह में सीख लिया। उन्होंने नगरवासियों को संदेश देते हुए कहा कि कोई भी कार्य कठिन नहीं होता, उसे आगे आकर करना होता है। भलाई के काम करने के लिए मन में दृढ़ इच्छा का होना जरूरी है।अंत्योदय शिक्षा प्रेरक प्रभारी पूजा पड़ेले ने बताया कि अभियान की शुरूआत के दौरान दो-चार प्रेरक ऐसे थे जो आगे आने में इच्छुक थे, फिर सभी ने मेहनत की। नतीजतन आगे चलकर हमारे 50 प्रेरक हो गए। पहले दो चार बच्चे ही आते थे फिर हर क्लास में 20-25 बच्चे आने लगे। कोरोना के चलते सरकार द्वारा दी गई सभी गाइड लाइन का पालन किया गया। सभी प्रेरकों ने अपने-अपने वक्तव्य रखे।कार्यक्रम में विचार संस्था के मार्गदर्शक श्रीयांश जैन, उपाध्यक्ष सौरभ रांधेलिया, मुख्य संगठक नितिन पटैरिया, स्वामी शुद्ध चैतन्य, राकेश यादव, उदय भान सिंह आदि उपस्थित रहे।

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