सागर…विचार संस्था…30.8.20 एक हजार विचार परिवारों ने मिलकर ‘प्रकृति वंदन कार्यक्रम’ मनाया।30 अगस्त को ‘प्रकृति वंदन कार्यक्रम’ हिंदू आध्यात्मिक और सेवा फाउंडेशन के आह्वान पर सम्पन्न हुआ जिसमें सागर की विचार संस्था ने इस आयोजन में सहभागिता रखते हुए विचार परिवारों को व्हाट्सएप ग्रुप और सोशल मीडिया के अन्य माध्यमों से सभी जानकारियों के साथ कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की. इस कार्यक्रम के अंतर्गत प्रकृति और पेड़ पौधों की पूजा अर्चना परिवार के साथ मिलकर की गईं. संस्था के आह्वान पर लगभग 1 हजार विचार परिवारों ने लिंक के माध्यम से दिए गए फार्मों को भरकर उसके स्क्रीन शॉट संस्था तक पहुंचाएं हैं. इसके साथ ही प्रकृति वंदन कार्यक्रम में शामिल हुए परिवारों के सम्मान करने हेतु संस्था ने फोटो और वीडियो जुटाई हैं. इस देश व्यापी कार्यक्रम का उद्देश्य यह तथ्य लोगों की जानकारी में लाना है हिंदू संस्कृति आदिकाल से पर्यावरण के प्रति जागरूक रही है। हिन्दूधर्म में लिखे वेदों के अनुसार यह सृष्टि पांच तत्वों से बनी है पृथ्वी, जल, अग्नि,वायु, आकाश।यह पांचों तत्व ईश्वर के अंग है इसलिए प्रकृति और पेड़ की पूजा करना ईश्वर की आराधना करने जैसा है. हिन्दू संस्कृति में व्यक्ति को परिवार से समाज और समाज को विश्व से जोड़कर एक परिवार के रूप में देखा जाता है। हिन्दू मान्यता के अनुसार सृष्टि का शोषण नहीं करते, सृष्टि का दोहन करते हैं. कार्यक्रम के देश व्यापी समर्थन को देखते हुए भारतीयों के प्रकृति के प्रति लगाव को आसानी से समझा जा सकता है।